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समांतर प्लेट: संधारित्र की धारिता, सूत्र, व्यंजक | Samantar plate sandharitra

समांतर प्लेट (पट्टीका) संधारित्र की धारिता:

समांतर प्लेट (पट्टीका) संधारित्र दो धातु की प्लेटों से बना होता है, जो एक दूसरे के समानांतर होती हैं और इनके बीच एक निश्चित दूरी होती है। प्लेटों को एक परावैद्युत पदार्थ से अलग किया जाता है, जैसे कि हवा, प्लास्टिक, या सिरेमिक।

धारिता (Capacitance) विद्युत क्षेत्र में ऊर्जा जमा करने की क्षमता को दर्शाती है।

समांतर प्लेट (पट्टीका) संधारित्र की धारिता (C) का सूत्र:

C = ε₀ * A / d

जहाँ:

  • C = धारिता (Farad में)
  • ε₀ = निर्वात का परावैद्युत स्थिरांक (8.854 × 10^-12 F/m)
  • A = प्लेटों का क्षेत्रफल (m²)
  • d = प्लेटों के बीच की दूरी (m)

व्यंजक:

  • धारिता प्लेटों के क्षेत्रफल (A) के समानुपाती होती है।
  • धारिता प्लेटों के बीच की दूरी (d) के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
  • धारिता परावैद्युत पदार्थ के परावैद्युत स्थिरांक (ε) पर निर्भर नहीं करती है।

उदाहरण:

यदि प्लेटों का क्षेत्रफल 0.1 m² और प्लेटों के बीच की दूरी 0.01 m है, तो धारिता:

C = (8.854 × 10^-12 F/m) * (0.1 m²) / (0.01 m) = 8.854 × 10^-10 F

ध्यान दें:

  • धारिता एक अदिश राशि है।
  • धारिता का SI इकाई Farad (F) है।
  • 1 Farad (F) = 1 Coulomb / 1 Volt

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:

  • समांतर प्लेट (पट्टीका) संधारित्र का उपयोग विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है, जैसे कि रेडियो, टीवी, और कंप्यूटर।
  • समांतर प्लेट (पट्टीका) संधारित्र की धारिता को प्लेटों के क्षेत्रफल को बढ़ाकर या प्लेटों के बीच की दूरी को कम करके बढ़ाया जा सकता है।

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