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छंद क्या है? | Chhand in Hindi : छंद के भेद और उदाहरण
छंद काव्य रचना का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह शब्दों, मात्राओं, और वर्णों की एक व्यवस्थित योजना है जो काव्य में लय और रंजकता पैदा करती है। छंदों के उपयोग से कविता में संगीतात्मकता और भावपूर्णता आती है।छंद के प्रकार:छंदों को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बांटा जाता है:मात्रिक छंद: इन छंदों में मात्राओं की संख्या के आधार पर…
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शांत रस के 10 उदाहरण:
शांत रस 10 examples:“मन रे तन कागद का पुतला” – कबीर “कबहुँक हौं यहि रहनि रहौंगौ” – तुलसीदास “मन पछितैहै अवसर बीते” – रहीम “तपस्वी! क्यों इतने हो क्लांत” – महादेवी वर्मा “मन रे!” – सूरदास “आजकल तेरी याद सताती है” – रामधारी सिंह दिनकर “यह कैसा सन्नाटा है” – जयशंकर प्रसाद “जब मैं था तब हरि नहीं” – अज्ञात…
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सरल रेखीय गति: परिभाषा, उदाहरण और महत्व
सरल रेखीय गति गति का एक प्रकार है जिसमें कोई वस्तु एक सीधी रेखा में गति करती है। इसका मतलब है कि वस्तु की दिशा समय के साथ नहीं बदलती है। सरल रेखीय गति में, वस्तु का वेग स्थिर या परिवर्तनशील हो सकता है।उदाहरण:एक कार जो सीधी सड़क पर चल रही है। एक ट्रेन जो रेल की पटरियों पर चल…
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विशिष्ट चालकता: परिभाषा, सूत्र, इकाई और महत्व
विशिष्ट चालकता किसे कहते हैं?विशिष्ट चालकता किसी पदार्थ की विद्युत चालकता का माप है, जो प्रति इकाई क्षेत्रफल प्रति इकाई लंबाई प्रतिरोध के व्युत्क्रमानुपाती होती है। इसे गणितीय रूप से इस प्रकार व्यक्त किया जाता है:विशिष्ट चालकता (κ) = चालकता (G) / लंबाई (l) * क्षेत्रफल (A)जहां:κ: विशिष्ट चालकता (Siemens/meter) G: चालकता (Siemens) l: लंबाई (meter) A: क्षेत्रफल (meter²)इकाई:विशिष्ट चालकता…
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वास्तविक प्रतिबिम्ब: परिभाषा, विशेषताएं और उदाहरण
परिभाषा: वास्तविक प्रतिबिम्ब किसे कहते हैंप्रकाश या ध्वनि तरंगों द्वारा किसी वस्तु से परावर्तित या अपवर्तित होने के बाद बनने वाले प्रतिबिम्ब को वास्तविक प्रतिबिम्ब कहा जाता है। यह प्रतिबिम्ब वास्तविक होता है क्योंकि इसे एक पर्दे पर प्राप्त किया जा सकता है और इसे छुआ जा सकता है।विशेषताएं:वास्तविक प्रतिबिम्ब हमेशा उल्टा होता है। वास्तविक प्रतिबिम्ब का आकार वस्तु के…
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दाब: परिभाषा और महत्व
दाब किसे कहते हैं: दाब की परिभाषादाब एक भौतिक राशि है जो किसी वस्तु द्वारा किसी सतह पर लगाए गए बल के प्रति इकाई क्षेत्रफल को दर्शाता है। इसे गणितीय रूप से इस प्रकार व्यक्त किया जाता है:दाब = बल / क्षेत्रफलइकाई:दाब की SI इकाई पास्कल (Pa) है। 1 Pa 1 न्यूटन प्रति वर्ग मीटर (N/m²) के बराबर होता है।प्रकार:दाब…
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लसीका क्या है लसीका के कार्य | Lymphatic System in Hindi
लसिका एक तरल पदार्थ है जो शरीर के विभिन्न ऊतकों से होकर बहता है। यह रक्त से निकलता है और कोशिकाओं के बीच के स्थानों में इकट्ठा होता है, फिर लसीका वाहिकाओं के माध्यम से बहता है। लसिका वाहिकाएँ रक्त वाहिकाओं के समान होती हैं, लेकिन वे रक्त को ले जाने के बजाय लसिका को ले जाती हैं। लसिका अंततः…
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रास कितने प्रकार के होते हैं | Ras kitne prakar ke hote hain
रस नौ प्रकार के होते हैं:श्रृंगार रस: यह रस प्रेम, सौंदर्य और आकर्षण से उत्पन्न होता है। वीर रस: यह रस वीरता, साहस और पराक्रम से उत्पन्न होता है। करुण रस: यह रस दुःख, पीड़ा और विलाप से उत्पन्न होता है। हास्य रस: यह रस हंसी और मनोरंजन से उत्पन्न होता है। रौद्र रस: यह रस क्रोध और आक्रोश से उत्पन्न होता है। भयानक रस: यह रस भय और…
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रस सिद्धान्त क्या है: Ras Siddhant in Hindi
रस सिद्धान्त:रस सिद्धान्त, संस्कृत साहित्यिक आलोचना का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है। यह सिद्धांत काव्य के सार को रस में परिभाषित करता है। रस का अर्थ है आनंद या स्वाद। रस सिद्धांत के अनुसार, काव्य का उद्देश्य पाठक या दर्शक को रस प्रदान करना है।इसे महाकवि भारत मुनि ने पहले प्रस्तुत किया था। रस सिद्धांत के अनुसार, साहित्य में रस नामक…
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रस का स्वरूप | Ras ka swaroop
रस का स्वरूप अत्यंत जटिल और गहन है। इसे समझने के लिए रस के विभिन्न पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है।1. स्थायी भाव:रस का आधार स्थायी भाव होता है। स्थायी भाव वह स्थायी मनोभाव होता है जो कवि या नाटककार पात्रों के माध्यम से व्यक्त करता है। स्थायी भावों की संख्या नौ होती है:रति हास शोक क्रोध उत्साह भय जुगुप्सा…
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