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Hund ka niyam | हुंड का नियम
हुंड का नियम (Hund’s Rule)
हुंड का नियम एक महत्वपूर्ण भौतिकी का नियम है जो किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों के विन्यास को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह नियम बताता है कि किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों को पहले एक-एक कर भरते हैं, ततपश्चात ही उनका जोड़ा बनना प्रारम्भ होता है। पूर्ण रूप से आधा भरा हुआ या पूरा भरा हुआ ऑर्बिटल पूर्ण रूप से आधे भरे हुए या पूरा भरे हुए ऑर्बिटल से अधिक स्थाई होता है।
हुंड का नियम:
- पहला नियम: किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों को पहले एक-एक कर भरते हैं, ततपश्चात ही उनका जोड़ा बनना प्रारम्भ होता है।
- दूसरा नियम: एकल अधिग्रहीत कक्षकों में अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों का चक्रण समान होता है।
उदाहरण:
- क्रोमियम (Cr): Cr का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s² 2s² 2p⁶ 3s² 3p⁶ 3d⁵ 4s¹ है। 3d उपकक्षक में 5 इलेक्ट्रॉन हैं, जिनमें से 4 इलेक्ट्रॉनों का युग्म बन जाता है और 1 इलेक्ट्रॉन अयुग्मित रहता है।
- कॉपर (Cu): Cu का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s² 2s² 2p⁶ 3s² 3p⁶ 3d⁹ 4s¹ है। 3d उपकक्षक में 9 इलेक्ट्रॉन हैं, जिनमें से 5 इलेक्ट्रॉनों का युग्म बन जाता है और 4 इलेक्ट्रॉन अयुग्मित रहते हैं।
हुंड का नियम का महत्व:
- यह नियम परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास को समझने में मदद करता है।
- यह नियम रासायनिक बंधन और रासायनिक प्रतिक्रियाओं को समझने में मदद करता है।
- यह नियम चुंबकीय गुणों को समझने में मदद करता है।
हुंड का नियम एक महत्वपूर्ण भौतिकी का नियम है जो विभिन्न प्रकार की स्थितियों में परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का अध्ययन करने के लिए उपयोग किया जाता है.
यहाँ कुछ अन्य उदाहरण दिए गए हैं:
- ऑक्सीजन (O): O का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s² 2s² 2p⁴ है। 2p उपकक्षक में 4 इलेक्ट्रॉन हैं, जिनमें से 2 इलेक्ट्रॉनों का युग्म बन जाता है और 2 इलेक्ट्रॉन अयुग्मित रहते हैं।
- नाइट्रोजन (N): N का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s² 2s² 2p³ है। 2p उपकक्षक में 3 इलेक्ट्रॉन हैं, जिनमें से 1 इलेक्ट्रॉन का युग्म बन जाता है और 2 इलेक्ट्रॉन अयुग्मित रहते हैं।